
MNS Protest in Goregaon: महाराष्ट्र नव निर्माण (मनसे) के नेताओं ने एक निजी कंपनी के दफ्तार में मराठी समुदाय ग्राहक से बदसलूकी के बाद गोरेगांव में बवाल काटा। मनसे नेताओं ने कर्मचारी को मौके पर बुलाया। उन्होंने सार्वजनिक माफी मंगवाने के बाद उस कर्मचारी को छोड़ा। मनसे कार्यकर्ताओं के बवाल पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।

कार्यालय नहीं खुलने देंगे ऐलान
मराठी ग्राहक के साथ बदसलूकी की घटना पर मनसे गोरेगांव विधानसभा मनसे अध्यक्ष वीरेंद्र जाधव चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने धावा बोला। मनसे कार्यकर्ता सोमवार को बजाज फाइनेंस कार्यालय पहुंचे। इसके बाद हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते कार्यालय में सभी कामकाज ठप रहे जाधव ने स्पष्ट शब्दों में कहा, जब तक संबंधित कर्मचारी स्वयं सामने नहीं आता, हम इस कार्यालय को खुलने नहीं देंगे। कर्मचारी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। इसके बाद पूरा मामला शांत हुआ। इस दौरान मनसे के तमाम कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे।
पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को संभाला
मनसे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने निजी कंपनी के ऑफिस में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले कर्मचारी की पहचान के लिए कार्यालय की जांच भी की। इसके बाद माफी मंगवाई। मनसे कार्यकर्ताओं के बजाज फाइनेंस के दफ्तर में जाने की सूचना पर वनराई पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। गोरेगांव विधानसभा मनसे अध्यक्ष वीरेंद्र जाधव की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित कर्मचारी को सीधे पुलिस स्टेशन में पेश होने का आदेश दिया। इतना ही नहीं संबंधित कर्मचारी ने वीरेंद्र जाधव माफी मांगी। इसमें कहा कि ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी। मुंबई में मनसे कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।